साथ तेरा मिला ए मेरे हमसफ़र |
हौसला मिल गया ए मेरे हमसफ़र ||
आज लोगों से उनकी खुशी छिन गयी |
तू जो मेरा हुआ ए मेरे हमसफ़र ||
बेख़ुदी में क़दम लडखडाने लगे |
हाथ अपना बढ़ा ए मेरे हमसफ़र ||
अब तो हर नाख़ुदा से यकीं उठ गया |
तू ही बन नाख़ुदा ए मेरे हमसफ़र ||
मेरी साँसों का तू सिलसिला बन गया |
तू न होना जुदा ए मेरे हमसफ़र ||
डा० सुरेन्द्र सैनी
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