रंज़िशें और गहरी हो गई हैं |
साज़िशें और गहरी हो गई हैं ||
मौत सर पे खड़ी जीने की फिर भी |
ख़्वाहिशें और गहरी हो गई हैं ||
मानसूनों के जाने की ख़बर से |
बारिशें और गहरी हो गई हैं ||
आसमाँ में उड़ा जब जब परिंदा |
बंदिशें और गहरी हो गई हैं ||
कश्तियाँ नाख़ुदा जब छोड़ भागा |
गर्दिशें और गहरी हो गई हैं ||
रोज़ सरकार को अब घेरने की |
कोशिशें और गहरी हो गई हैं ||
आज बीमार को होश आ गया है |
जुम्बिशें और गहरी हो गई हैं ||
हौड में सब नुमाइश की लगे हैं |
ख़्वाहिशें और गहरी हो गई हैं ||
Dr. Surendra saini
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